वुहान:
डब्ल्यूएचओ की टीम (WHO team) ने रविवार को चीन के हुबई प्रांत की राजधानी वुहान के उस बाजार का दौरा किया, जिसे कोरोना वायरस के फैलने का सबसे पहला केंद्र माना जाता है.कोरोना वायरस के उत्पत्ति का पता लगाने में जुटी विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों की टीम ने रविवार को चीन में वुहान की सीफूड मार्केट (Wuhan Sea Food Market) का दौरा किया. एक साल पहले इसी जगह पर वायरस के बड़े पैमाने (First Virus Outbreak) पर संक्रमण का पता चला था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम के सदस्य ((WHO Expert) हुन्नान सीफूड मार्केट का जायजा लेने पहुंचे, जिससे पिछले साल जनवरी में ही सील कर दिया गया था. टीम के सदस्यों को चारों ओर से घेरेबंदी वाले इस परिसर में ले जाया गया, हालांकि किसी अन्य को जाने की इजाजत नहीं मिली. डब्ल्यूएचओ की टीम का यह दौरा काफी पहले प्रस्तावित था, लेकिन चीन की ओर से इसमें देरी की गई. डब्ल्यूएचओ की टीम को चीन में 14 दिनों तक क्वारंटाइन भी रहना पड़ा. विशेषज्ञ यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे यह वायरस जानवरों खासकर चमगादड़ से इंसानों तक पहुंचा.
हालांकि डब्लूएचओ की जमीनी स्तर पर जांच बेहद प्रारंभिक चरण में है. टीम के सदस्य भी वायरस के स्रोत का पता चलने की उम्मीदों को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं है. वायरस दुनिया भर में 20 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है. इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को काफी गहरी चोट पहुंचाई है. फूड मार्केट के दौरे के बाद जब मीडिया ने विशेषज्ञों से सवाल पूछे तो उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया. सुरक्षाकर्मियों ने मीडियाकर्मियों को वहां से जाने को कह दिया.
एक मीडिया कर्मी ने जब चिल्लाकर पूछा कि क्या डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ चीन के इस मांस बाजार तक जाने की मंजूरी मिलने से संतुष्ट हैं तो एक सदस्य ने हाथ उठाकर सांकेतिक सहमति जताई.चीन के सरकारी मीडिया संगठन ग्लोबल टाइम्स ने पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें हुन्नान को कोरोना वायरस का केंद्र मानने को गलत ठहराया गया है. उसका कहना है कि लगातार हुई जांच से पता चलता है कि बाजार से कोरोना वायरस का विस्फोट नहीं हुआ था.
उसने यह दावा किया कि संभवतः कोरोना वायरल कोल्ड चेन उत्पादों के जरिये वुहान तक या पशुओं के मांस बाजार तक पहुंचा. चीनी अधिकारी भी मांस बाजार में जंगली पशुओं के मांस से कोरोना वायरस के फैलने की बात करते रहे हैं. इसी के बाद से चीन में ऐसे खुले मांस बाजार पर शिकंजा कसा गया है. गंदगी भरे वातावरण में यहां कुत्ते, बिले, सांप और अन्य जंगली जीव-जंतुओं का मांस खुले में बेचा जाता है.