जब उनसे पूछा गया कि क्या हमले का उद्देश्य विभिन्न अरब देशों के साथ इजराइल के शांति प्रयासों को पटरी से उतारना था, उन्होंने कहा, ‘‘ये हमले क्षेत्र (पश्चिम एशिया) में विध्वंस करने की साजिश है, जो हमें भयभीत नहीं कर सकते या रोक नहीं सकते , हमारे शांति प्रयास जारी रहेंगे.” उन्होंने कहा कि इजराइल के अधिकारी हमले की जांच कर रहे भारतीय अधिकारियों को सभी सहायता, जानकारी प्रदान कर रहे हैं.
दिल्ली में इजराइली दूतावास के निकट शुक्रवार की शाम मामूली आईईडी विस्फोट हुआ था. इसमें कोई घायल नहीं हुआ था. अति सुरक्षा वाले लुटियंस बंगला क्षेत्र में डा.एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर दूतावास से लगभग 150 मीटर दूर हुए विस्फोट में कुछ कार क्षतिग्रस्त हो गई थीं. विस्फोट स्थल पर जांचकर्ताओं को इजराइली दूतावास का पता लिखा एक लिफाफा और नोट मिला है, जिसमें विस्फोट से ईरान को कथित तौर पर जोड़ा गया है.
यह पूछे जाने पर कि क्या इजराइली एजेंसियां जांच में शामिल होंगी, मलका ने कहा कि एक तरह का सहयोग किया जा रहा है, लेकिन जांच ज्यादातर भारतीय अधिकारियों द्वारा की जा रही है क्योंकि यह भारतीय जमीन पर हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन निश्चित रूप से, हम जो भी सहायता प्रदान कर सकते हैं, जो भी हम साझा कर सकते हैं, हम वह करेंगे.”
विस्फोट स्थल से बरामद लिफाफे से संभावित ईरानी संपर्क पर मलका ने कहा, ‘‘आपको यह समझने की आवश्यकता है कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, इसलिए जांच को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी चीज के बारे में बात करना उचित नहीं है.” उन्होंने कहा कि जांच से संबंधित किसी विशेष विवरण या जांच से संबंधित अन्य जानकारी के बारे में बात करना उचित नहीं होगा.
इजराइली राजदूत ने कहा, ‘‘लेकिन जो मैं आपको बता सकता हूं वह यह है कि हम सभी जानकारी एकत्र कर रहे हैं और सभी सबूतों को एक साथ रख रहे हैं और उलझन को सुलझा रहे हैं. आखिरकार, मुझे लगता है कि हम यह सब समझ जाएंगे और तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी और हमें पता चल जाएगा कि इस हमले के पीछे कौन है.”
इस सवाल पर कि क्या दूतावास ने जांच टीम को अपना सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराया है, मलका ने कहा, ‘‘हम सबूत इकट्ठा कर रहे हैं, हम ऐसी सभी जानकारी जुटा रहे हैं जो उपयोगी हो सकती है. जैसा कि आपने उल्लेख किया है, प्रत्यक्षदर्शी, सीसीटीवी हैं, जो भी हम इकट्ठा कर सकते हैं, कर रहे हैं. हम सभी प्रयास कर रहे हैं.”
जब उनसे ‘जैश उल हिंद’ नामक संगठन के इस हमले की जिम्मेदारी लेने संबंधी खबरों के बारे में पूछा गया और यह पूछा गया कि क्या हमले का उद्देश्य हाल के महीनों में विभिन्न अरब देशों के साथ इजराइली शांति प्रयासों को पटरी से उतारना था, तो उन्होंने कहा, ‘‘अब तक हमारी धारणा यह है कि हमारे पास यह मानने के पर्याप्त कारण हैं कि यह नई दिल्ली में इजराइली दूतावास पर लक्षित आतंकवादी हमला था.” उन्होंने कहा कि हमले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है.
मलका ने कहा कि ‘‘पिछले कुछ सप्ताह से अधिक सतर्कता बरती जा रही थी” और इसलिए वे हैरान नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या इजराइली राजनयिकों पर दिल्ली में 2012 के हमले का कोई संबंध हो सकता है, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि इस पहलू की भी जांच की जा रही है. लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि यह अभी भी जांच का एक प्रारंभिक चरण है और इसलिए हमें सावधान रहने की आवश्यकता है और हम सभी विकल्प खुले रखेंगे.”
यह पूछे जाने पर कि क्या इस तरह के हमलों के बावजूद इजराइल अरब दुनिया के साथ अपने शांति प्रयासों को जारी रहेगा, उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से, हम ऐसा करेंगे. इतिहास से पता चलता है कि इस तरह की घटनाएं न केवल हमें रोकने में विफल रही है, बल्कि वे हमें मजबूत करती हैं और हम और अधिक तेजी से आगे बढ़ेंगे.”
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उन्होंने कहा, ‘‘हम नए संबंधों को बनाए रखना और स्थापित करना जारी रखेंगे और इस क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता को आगे बढ़ाएंगे. हमारी सभी उपलब्धियां अधिक स्थिरता, अधिक सहयोग, अधिक मित्रता के लिए हैं. हम उन लोगों से भयभीत नहीं हैं जो अस्थिरता चाहते हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि हमारे दुश्मन अस्थिरता चाहते हैं लेकिन वे हमें रोकने या हमें डराने नहीं जा रहे हैं. हम अपना अभियान जारी रखने जा रहे हैं, जैसा कि हमने अब तक किया है.”
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)