Delhi MCD Election:- कम वोटिंग से किसको होगा नुकसान?
न्यूज़ डेस्क- 4 दिसंबर को MCD में नए सरकार के लिए मतदान हुआ जिसमें लगभग 50 फिसद ही लोग मतदान के लिए बाहर निकले। 2017 मुकाबले इस बार 3 फिसद कम मतदान हुआ है। पिछले चुनाव में लगभग 53 फिसद मतदान हुआ था।
अगर देखा जाए तो इस बार खासकर पॉश कॉलोनी में ही कम मतदान हुआ है जो की बीजेपी का कोर वोट बैंक माना जाता है हालाँकि 2020 के विधानसभा चुनाव में यहाँ से आम आदमी पार्टी को वोट मिला था। पिछले 15 सालों से MCD की सत्ता में काबिज़ बीजेपी से उसके मुख्य वोट बैंक ही नाराज़ दिखा वहीँ उन्होंने आम आदमी पार्टी को भी वोट नहीं दिया। अगर बात कांग्रेस की करे तो उन पर अभी तक किसी को भरोसा ही नहीं है। हालाँकि कुछ सीटों पर कांग्रेस टक्कर दे रही है लेकिन सरकार बनाने की दौड़ से बाहर है।
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किसको होगा फायदा किसको होगा नुकसान?
देशभर में हुए पिछले कुछ चुनाव पर अगर गौर करें तो कहीं भी मतदान फिसद बढ़ता है तो वो बीजेपी को फायदा पहुचता है और अगर मतदान कम होता है तो विपक्षी पार्टी को फायदा होता है। हालाँकि अगर दिल्ली के विधानसभा चुनाव पर गौर करें तो उस समय भी ज्यादा मतदान हुआ था लेकिन उसका फायदा सत्ता में काबिज़ आप पार्टी को ही हुआ था। बीजेपी के बीते 15 सालों के कामों से जनता नाराज़ भी है इसलिए भी वो वोट देने नहीं निकली।