[ad_1]
मुंबई:
केंद्र के कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में महाराष्ट्र के किसान भी आगे आ गए हैं. महाराष्ट्र के 21 जिलों के हजारों किसान शनिवार को नासिक में इकट्ठा हुए और राजधानी मुंबई तक की 180 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए एक मार्च शुरू किया. कानूनों के विरोध में पहले से ही हजारों की संख्या में किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. मुंबई में होने वाली रैली में शरद पवार के भी शामिल होने की संभावना है.
नासिक और मुंबई के बीच कसारा घाट क्षेत्र की सड़क पर किसानों का जनसैलाब देखा जा सकता है. इनमें से कई किसान हाथों में बैनर लिए हुए हैं और कुछ लोग झंडा दिखा रहे हैं.
अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले विभिन्न छोटे-छोटे किसान सगठनों से जुड़े किसान एकत्र हुए. ये किसान अगले कुछ घंटों में मंबई पहुंच जाएंगे. वे सोमवार को आजाद मैदान में आयोजित रैली में हिस्सा लेंगे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सुप्रीमो शरद पवार के इस रैली में शामिल होने की संभावना है.
कुछ ही दिन पहले शरद पवार ने किसानों का समर्थन करते हुए किसानों की मांगें न मानने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की थी. शरद पवार ने कहा था कि किसान इतनी ठंड में किसान दिल्ली के आसपास प्रदर्शन कर रहे हैं, किसानों की भावनाओं को समझने में नाकाम रहने पर तो केंद्र को अंजाम भुगतने पड़ेगा. पिछले महीने भी पवार ने कुछ ऐसी ही चेतावनी देते हुए कहा था कि केंद्र को किसानों के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए.
[ad_2]
Source link