BIG BREAKING: आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
News Desk: आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह शपथ ग्रहण समारोह उनके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था, खासकर इस समय जब पार्टी विभिन्न राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रही है।
आतिशी ने पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की, जो हाल ही में तिहाड़ जेल से रिहा हुए हैं। केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया था, और उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों में दिल्ली की जनता से ईमानदारी का प्रमाणपत्र प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की।
बीजेपी पर आरोप
आतिशी के दिल्ली के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह से पहले, AAP विधायक दिलीप पांडेय ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी अपनी जांच एजेंसियों के माध्यम से AAP को तोड़ने में असफल रही, तो उसने पार्टी के नेताओं को झूठे मामलों में जेल में डालने का प्रयास किया। पांडेय ने कहा, “दिल्ली की जनता ने बीजेपी को तीन बार खारिज किया है, और इसके बावजूद बीजेपी ने हमारे नेताओं को ED और CBI का दुरुपयोग करते हुए जेल में डालने की कोशिश की।”
उनका यह भी कहना था कि सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी की सभी साज़िशें असफल साबित हुई हैं, जिससे केंद्र सरकार को एक बड़ा झटका लगा है। केजरीवाल ने इस सियासी संकट के दौरान आदर्शों का पालन करते हुए इस्तीफा दिया, और अब जनता की अदालत में अपनी सच्चाई साबित करने का अवसर पाना चाहते हैं।
आतिशी का राजनीतिक सफर
आतिशी ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। उन्हें 2023 में पहली बार केजरीवाल कैबिनेट में शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई। आतिशी ने 2015 से 2018 तक शिक्षा विभाग में मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम किया और उन्होंने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में योगदान दिया।
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आतिशी का राजनीति में अनुभव काफी गहरा है। उन्होंने 2013 में आम आदमी पार्टी का पहला मैनिफेस्टो तैयार करने वाली समिति की सदस्यता निभाई और पार्टी की नीतियों को आकार देने में अहम भूमिका अदा की। इसके अलावा, वह 2015 के खंडवा जल सत्याग्रह में भी सक्रिय रूप से शामिल रहीं।
भविष्य की योजनाएं
केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, AAP विधायकों की एक बैठक में सर्वसम्मति से आतिशी को सत्तारूढ़ विधायक दल का नेता चुना गया। राष्ट्रपति ने आतिशी को दिल्ली की मुख्यमंत्री नियुक्त करने के साथ ही पांच मंत्रियों की नियुक्ति को भी मंजूरी दी है। सभी मंत्रियों को शपथ ग्रहण समारोह के लिए राजभवन बुलाया गया है।
आतिशी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में कहा, “मैं दिल्ली की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगी। मेरा उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य और नागरिक सेवाओं में सुधार लाना है।”
आतिशी का दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करना आम आदमी पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह कदम न केवल पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाने का एक अवसर है, बल्कि यह आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में भी एक महत्वपूर्ण रणनीति है। दिल्ली की जनता की नज़रें अब आतिशी पर हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे किस प्रकार से अपनी जिम्मेदारियों को निभाती हैं और पार्टी को किस दिशा में ले जाती हैं।
आने वाले दिनों में, AAP को चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन आतिशी की नेतृत्व क्षमता और उनके अनुभव को देखते हुए, पार्टी नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की कोशिश कर सकती है।
देखा जाए तो आतिशी का ये सफ़र इतना आसान नहीं होगा क्योंकि कुछ ही महीनों में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होना है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए नए मुख्यमंत्री को नाराज़ वर्गों को भी खुश करने की ज़िम्मेदारी है साथ ही जो भी विधायक नेगेटिव है उनके क्षेत्र में भी आप पार्टी को मजबूत करना है।
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